दोस्त ने कराया किडनैप, किशोर को बेगूसराय पुलिस ने 10 घंटे के अंदर किया सकुशल बरामद, चार गिरफ्तार

बेगूसराय : बेगूसराय में रविवार की सुबह गढ़हरा ओपी क्षेत्र से अपहरण किए गए स्वर्ण व्यवसायी के पुत्र को पुलिस ने 10 घंटा के अंदर ही बरामद करने के बाद सोमवार को पूरे मामले का उद्भेदन भी कर दिया है। मोहित के अपहरण में मुख्य भूमिका उसके दोस्त रौशन ठाकुर ने ही निभाई थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य लाइनर समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है ।।जबकि दो अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

यह जानकारी सोमवार की शाम अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी अवकाश कुमार ने दी। एसपी ने बताया कि रविवार की सुबह गढ़हरा रेलवे कॉलोनी के समीप से बदमाशों ने स्वर्ण व्यवसायी मुकेश ठाकुर के पुत्र मोहित कुमार को अगवा कर लिया था और परिजनों को फोन कर एक करोड़ रुपए फिरौती की मांग की थी।

अपहरण व फिरौती की मांग के बाद सदर डीएसपी के नेतृत्व में बनाई थी स्पेशल टीम वहीं अपहरण और फिरौती मांगे जाने की सूचना के बाद सदर डीएसपी राजन कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बनाई गई विशेष एसआईटी टीम ने विभिन्न तरीके से अनुसंधान शुरू कर दिया. जिसमें स्पष्ट हो गया कि मोहित के दोस्त और पड़ोसी रौशन ठाकुर ने ही उसका अपहरण करवाया है. जिसके बाद पुलिस ने रौशन को हिरासत में ले लिया. हिरासत में लेने के बाद रौशन ने पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया. इसके बाद अपहृत मोहित को मटिहानी थाना क्षेत्र के खरीदी गांव स्थित एक केला के बगीचा से बरामद किया गया। मोहित के पास से नगर थाना क्षेत्र के पोखरिया निवासी साकेत महाराज को गिरफ्तार किया गया. साकेत की गिरफ्तारी के बाद रात भर चले छापेमारी में पोखरिया निवासी मोहम्मद सैफ और खरीदी निवासी बच्चन साह को गिरफ्तार किया गया है. घटना में दो और अपराधी शामिल थे, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है.

अवैध हथियार , फोन व कार भी हुए हैं बरामद एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं के पास से दो देसी पिस्तौल, चार गोली, रंगदारी मांगने में उपयोग किया गया मोबाइल एवं सिम, घटना में प्रयुक्त बगैर नंबर की टाटा टियागो गाड़ी तथा एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है. सभी अपराधियों का स्पीडी ट्रायल कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी. एसपी ने बताया कि रौशन ठाकुर ने भी ज्वेलरी का कारोबार शुरू किया था. उसमें असफल होने के बाद अपहरण की साजिश रची और अपने साथी का अपहरण कर उसके परिजनों से एक करोड़ की फिरौती की डिमांड कर दी, लेकिन एसआईटी ने उसके अरमान पर पानी फेर दिया.