डेस्क : बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सह बेगूसराय की विधायक अमिता भूषण ने एसएसपी पटना को पत्र लिख कर न्यूज एंकर अर्णब गोस्वामी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होनें अर्णब गोस्वामी पर अपमानजनक, भड़काऊ भाषण और सांप्रदायिक सोहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है। ट्वीटर पर पत्र साझा किया है। पत्र में उन्होनें लिखा है कि – सवाल सिर्फ प्रतिष्ठित सोनिया गांधी जी का नहीं है, बल्कि मेरा सवाल गरिमा, संस्कृति,और सामाजिक सद्भाव को लेकर है। यह राजनीतिक नहीं एक सामाजिक मुद्दा है। यह हमारी संस्कृति पर हमला है। आख़िर कब तक लोग अपने फायदे के लिए सार्वजनिक मंच का दुरूपयोग करेगें ? अपने पत्र में उन्होनें लिखा कि अर्णब गोस्वामी बड़े पत्रकार हैं। उनके शो को दुनियाभर के लोग देखते हैं। लेकिन इस दौरान वो बस हिंदु-मुस्लिम करते हैं। ईसाइयों के बारे में बुरा कहते हैं। जिससे देश की अखंडता को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में इनके बयानों पर विचार न करना देश की स्थिति को और खराब कर सकता है।
उन्होनें आगे लिखा कि जब देश कोरोना जैसे त्रासदी से गुज़र रहा है तब अर्णब गोस्वामी अपने शो से देश में सांप्रदायिक हिंसा पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह के बयान से सांप्रदायिक भेदभाव, या विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी और नफरत की भावनाएं पैदा करने की कोशिश लगातार की जा रही है। जिससे अल्पसंख्यक समुदाय खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है।
क्या है मामला ? दरअसल 21 अप्रैल को रिपब्लिक टीवी चैनल के सह-संस्थापक अर्णब गोस्वामी पूछता है भारत की मेजबानी कर रहे थे।जिसमें वो पालघर मॉब लिचिंग की घटना पर बहस कर रहे थे। इस डिबेट शो के दौरान अर्णब गोस्वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आरोप लगाया कि अगर कोई मौलवी, मुस्लिम या ईसाई के पुजारी मारे जाते तो इतालवी श्रीमती सोनिया गांधी खुश होकर इटली सरकार को एक रिपोर्ट भेज अपनी खुशी जाहिर करती। ऐसा लगता है कि संतो की मौत से कांग्रेस बहुत खुश हुई है। आपको बता दें कि प्रदेश महिला अध्यक्ष अमिता भूषण ने अर्णब गोस्वामी के खिलाफ धारा 117,120B,153,153A,295A,298,500,504,505 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।