न्यूज डेस्क : बेगूसराय में दूसरे चरण के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का आयोजन बुधवार को भगवानपुर प्रखंड में सम्पन्न हुआ। इस दौरान तमाम प्रशासनिक चुस्ती पूरे दिन देखने को मिली । जिले के डीएम व एसपी खुद मतदान केंद्र पहुंचकर जायजा लेते दिखे । बता दें कि जिले के भगवानपुर प्रखण्ड में चार सौ अठहतर पदों पर 1648 उम्मीदवारों का मतदान हुआ । हल्की धूप के बावजूद मतदाताओं में वोट डालने का उत्साह दिखाई दिया। सुबह से शाम तक लंबी कतार लगी रही । इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बैलेट व ईवीएम का इस्तेमाल हो रहा है। सरपंच व पंच के चुनाव के लिए बैलेट पेपर जबकि मुखिया, वार्ड, पंचायत समिति सदस्य व जिला पार्षद के चुनाव के लिए ईवीएम का इस्तेमाल होगा। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गयी। है।
36 घंटे के निर्जला उपवास के बावजूद महिलाओं के जोश में कमी नहीं आई है। वहीं वृद्ध, लाचार व बीमार लोग भी मतदान करने के लिए पूरे जोश के साथ मतदान केंद्र पर पहुंच रहे हैं। बताते चले की पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में पंच के 103सो तिरपन पद, सरपंच के 699 , मुखिया के 699, ग्राम पंचायत सदस्य के 10353, पंचायत समिति सदस्य के 9अड़तालीस और जिला परिषद सदस्य के 109 पदों के लिए मतदान होगा। इस चरण में जिला परिषद सदस्य पद के लिए 1204, पंचायत समिति सदस्य के लिए 62उन्नासी, मुखिया के लिए 62 सो सतातर , ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 4 लाख 1हजार 405 व ग्राम कचहरी पंच पद के लिए 170बयालीस प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किए हैं। बिहार में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग लगातार जारी है। दूसरे चरण में चौंतीस जिलों के अड़तालीस प्रखंडों के 6so छिहतर पंचायतों में वोटिंग हो रही है। वहीं 23,1so इकसठ पदों के लिए 7 लाख 6 हजार 2 सौ उन्नासी उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन सभी जिलों में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं।
सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। वहीं कई जिले में नक्सल प्रभावित प्रखंडों में मतदान की अवधि दो घंटे कम कर दी गई । राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदेश के अनुसार इन क्षेत्रों में दोपहर तीन बजे तक ही मतदान होगा। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी लाइन नजर आ रही है। महिलाओं का कहना है कि वे वोट देने के बाद जीउतिया की पूजा करेंगी। कई जगहों पर ईवीएम में खामी के कारण मतदान बाधित हुआ। जिउतिया पूजा के कारण महिलाओं ने उपवास रखा है और इसका असर मतदान पर दिख रहा है। सुबह में वोटिंग का ट्रेंड बदला हुआ नजर आया। सभी मतदान केंद्रों पर पहले महिलाओं को वोट देने के लिए आगे किया गया और पुरुष मतदाता बेहद कम संख्या में पहुंचे।