न्यूज डेस्क : साल 2020 में आये कोरोना से जंग जारी है और दुनिया जंग के साथ आगे बढ़ चुकी है। अब टीकाकरण की रफ्तार तेज होने के साथ साथ जनता में भी टीका लेने की जागरूकता बढ़ गयी है। बेगूसराय जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टीका लेने के इक्छुक लोगों की संख्या के अनुपात में कम वैक्सीन आने से जिले के अधिकांश केंद्रों पर धक्का मुक्की का माहौल हो जाता है। कमोवेश स्थिति इतनी खतरनाक हो जाती है कि कोरोना से बचने का वैक्सीन लेने पहुंचे लोग भीड़भाड़ में दो गज की दूरी की धज्जियां उड़ा देते हैं।
जिले में एक टीकाकरण केंद्र पर उग्र लाभार्थी के द्वारा धका मुक्की कर आधार कार्ड फारम फारि की घटना भी सामने आ चुकी है। परंतु , अब जिलाधिकारी ने इन सभी चीजों से निपटने को निर्देश जारी किया गया है। अब आने वाले समय मे यह देखना होगा कि सम्बन्धित पदाधिकारी इसको लेकर कितनी संजीदगी बरतते हैं। दरअसल बेगूसराय के जिला पदाधिकारी अरविंद म वर्मा ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संबंधित थाना प्रभारी के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर टीकाकरण सत्र स्थलों पर क्राउड मैनेजमेंट के साथ-साथ आवश्यक विधि-व्यवस्था संधारण करवाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को संबंधित थाना प्रभारी को एक दिन पूर्व ही टीकाकरण से संबंधित सत्र स्थलों की जानकारी साझा करने का निर्देश दिया ताकि थाना प्रभारी अपने स्तर पर उन सत्र स्थलों पर पुलिस बल या अन्य कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर भीड़ प्रबंधन के साथ-साथ विधि व्यवस्था का संधारण कर सके। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं सभी थाना प्रभारियों को भी टीकाकरण दिवस को सत्र स्थलों का भ्रमण कर टीकाकरण के कार्य को सुचारू रूप से संचालित करवाने का निर्देश दिया। टीकाकरण से संबंधित मामलों की समीक्षा के क्रम में ही जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को उपलब्ध टीका डोज का ऑप्टिमम प्रयोग तथा कम-से-कम वेस्टेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यद्यपि बेगूसराय जिला का वेस्टेज प्रतिशत काफी कम है तथापि प्रयास हो कि इसे और भी कम किया जाए।
बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने उपलब्धता की स्थिति में टीकाकरण के कार्य को अब से शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी करने का निर्देश दिया तथा इसी क्रम में उन्होंने बखरी, बलिया, तेघड़ा एवं बरौनी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को समान अनुपात में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण करने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने कोविड टीका के सकेंड डोज के लंबित मामलों को भी प्राथमिकता पर रखते हुए निष्पादित करने का निर्देश दिया तथा संकेड डोज़ नहीं लिए हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ-साथ ड्यू-डेट वाले आम नागरिकों का भी टीकाकरण करने का निर्देश दिया। उन्होंने फ्रंटलाईन वर्कर्स से संबंधित विभागों यथा पुलिस विभाग, बीएमपी, नगर निकायों के कर्मी, पंचायती राज विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर शत-प्रतिशत प्रंटलाईन वर्कर्स का टीकाकरण करने का निर्देश दिया।
समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में कोविड प्रोटकॉल के शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चत करवाने का निर्देश दिया तथा इसी क्रम में नियमित रूप से मास्क चैकिंग ड्राइव चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से देश के अन्य राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले में वृद्धि हो रही है वैसे में जिले के लोगों के द्वारा कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का अनुपालन किया जाना अति आवश्यक है।