बेगूसराय : सरकार द्वारा तमाम घोषणायें और वादों के बीच आम जनता का हाल बेहाल है। ये बात कोरोना काल में पता चला कि गाँव में रह रहे सभी व्यक्तियों के पास भी राशन कार्ड नहीं हैं। ये भी अभी कि सच्चाई ही है जो धरातल इतने ज्यादा संख्या में बिना कार्डधारी जनता बेहाली और जिल्लत की जिंदगी जीने को विवश है। एक तरफ कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन में रोजगार बन्द हो गये साधन छीन गये वहीं सभी अनुमंडलों और प्रखण्ड कार्यालयों में आधिकारिक लापरवाहियों से वास्तविक रूप से सरकार की योजनाओं के लाभार्थी लाभ से महरूम हैं।
इस बात की तस्दीक में अगर बेगूसराय जिले की बात करें तो कोरोना के आगमन उपरांत हाल में राशन कार्ड के लिए 1 लाख से भी ज्यादा आवेदन किये गए।जिसमें से 60 हजार के लगभग आवेदनों की स्वीकृति हो पाया। जबकि बांकी बचे आवेदन अस्वीकृत कर दिये गए। स्वीकृत आवेदनों में से 35 हजार से भी ज्यादा राशन कार्ड निर्गत हुए हैं।