न्यूज डेस्क : बेगूसराय में आदर्श प्रखंड के नाम से शुमार छौड़ाही में अधिकांश विभाग प्रभार के भरोसे चल रहा है।समान्य हालत में भी जहाँ कामकाज निपटाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।वहीं वैश्विक महामारी कोरोना के संकट में छौड़ाही प्रखंड के बीडीओ प्रशांत कुमार अपने दम पर उपलब्ध स्वास्थयकर्मियों और सिविल कर्मचारियों के बदौलत संघर्ष के मैदान में डटे हुये हैं।कारण यहाँ के क्षेत्रीय सांसद विधायक और जनप्रतिनिधियों में छौड़ाही के प्रति सौतेलेपन का व्यवहार आमलोगों को कठिनाइयों में गुजर करने पर लाचार कर रखा है।
प्रखंड बनने के बाद से लंबे समय तक यहां प्रभारी आफिसर के भरोसे ही कामकाज चलता रहा है। बीच दिनों में हालत सुधरे जरूर,लेकिन फिर वही ढ़ाक के तीन पात वाली कहानी बनकर रह गयी है। सीओ,पीओ,बीईओ,एमओ और सीआई प्रभार में हैं,तो कृषि बीएओ बीते कुछ माह पहले पीएम किसान सम्मान निधि राशि के लाईव हस्तांतरण कार्यक्रम के बाद कुछ सवाल जबाब किये जाने पर स्थानीय भाजपा नेताओं से उलझकर एफआईआर गिरफ्तारी के हाई भोल्टेज ड्रामें के बाद मेडिकल छुट्टी पर लंबे समय से रहकर सिर्फ विभाग का पद घेरकर घर पर आराम फरमा रहें हैं।जबकि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का पदस्थापना छौड़ाही आईसीडीएस कार्यालय में होने के बावजूद यहाँ कम और प्रभार वाले प्रखंड में ज्यादा वक्त गुजरने की खबर सामने आ रही है।
छौड़ाही प्रखंड के आदर्श होने का आलम यह है कि “कौन सुनेगा किसको सुनायें इसलिए चुप रहते हैं”वाली स्थिति पैदा हो गयी है।जिनको जहाँ मौका मिला है।सभी अपने अपने जगह कुंडली मारकर बैठे आराम कर रहें हैं,और इस बीच में पिस रही है निरिह जनता बेचारी.कोई किसी का सुननेवाला नहीं है।स्थिति इतनी खराब है कि आम दिनों में तो किसी तरह से आमलोग दौड़ भाग कर काम करवा भी पा ले रहे थे,लेकिन कोरोना जैसे महामारी में बीडीओ ने स्वयं सभी दसो पंचायत का कमान थामे मेडिकल टीम के साथ मैदान-ए-जंग में उतरे हुये हैं। बीडीओ के साथ यु कहें कि वैश्विक महामारी कोरोना में अधिकारी के तौर पर पीएचसी प्रभारी डा कमलेश कुमार, हेल्थ मैनेजर भवेश कुमार वर्मा, स्वास्थयकर्मियों डाटा इंट्री आँपरेटर महेश प्रसाद सिंह समेत पुरी स्वास्थ्य विभाग की टीम योद्धा की तरह दिन रात काम कर रहें हैं.फिर लोगों की अपेक्षाएं ज्यादा हैं। ऐसे में इस प्रखंड में जिलाप्रशासन को चाहिये कि कम से कम प्रभारी अधिकारी को भी समय समय पर कार्य अवधि में अल्टर नेट डे की तर्ज पर यहाँ काम पर लगाया जाना चाहिये।
प्रभार में हैं यह अधिकारी।छौड़ाही सीओ के प्रभार में खोदाबन्दपुर सीओ सुबोध कुमार,मनरेगा पीओ के प्रभार गढ़पुरा के पीओ रामाशंकर दुबे,प्रखंड शिक्षा छौड़ाही के प्रभार में अरबिन्द कुमार,लंबे समय से सीआई के प्रभार में राजस्व कर्मचारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह,एमओ के प्रभार में अजय कुमार जबकि बीएओ के प्रभार में कृषि विभाग के कृषि समन्वयक परमानंद परमहंस हैं।जरा सोचिये जिस प्रखंड में आधे दर्जन से अधिक पदाधिकारी और विभाग जहाँ प्रभार के भरोसे चल रहा हो।भला उस प्रखंड को आदर्श बनाये रखने की पुरी जिम्मेवारी फिलहाल बीडीओ छौड़ाही पर टिकी हुयी है।
कोरोना गाईडलाईन के अनुसार अधिकारियों की ड्यूटी लगाने की माँग।सीपीआई अंचलमंत्री गुणेश्वर सहनी,जिला पार्षद प्रेमलता कुमारी,सहुरी पंचायत के मुखिया रामसेवक पासवान,पूर्व मुखिया जमशेद आलम,अबोध कुमार साह उर्फ सुबोध साह,युवा सामाजिक कार्यकर्ता प्रणव कुमार,राजीव रंजन राय,दानिश आलम समेत दर्जनों जनप्रतिनिधियों ने छौइ प्रखंड के प्रभारवाले विभाए को प्रभार मुक्त करते अधिकारियों की पदस्थापन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की माँग जिलाप्रशासन से की है।इनलोगों ने कहा कि तत्काल जितने भी अधिकारी प्रभार में हैं।उन्हें वैश्विक महामारी कोरोना में सरकारी गाईडलाईन के अनुसार पदाधिकारियों कर्मचारियों के लिये बनाये गये रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाने की माँग की है।