न्यूज डेस्क : कहते हैं प्यार करने का कोई धर्म या मजहब नहीं होता.. प्यार चाहे कस्बों में हो या शहरों में, आज के युवा पीढ़ी अपने मनचाहे साथी के लिए जाति, धर्म और दूसरे सामाजिक बंधन भी तोड़ रहे हैं, यहां तक की वे अपने घर-परिवार को छोड़कर अपनी एक अलग दुनिया बना लेते है। कुछ इसी प्रकार का अनोखा मामला बिहार के बेगूसराय से आया है। जहां जिले के एक लड़का और लड़की एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करते है, पर जाति और धर्म की दीवार इनके बीच खड़ी है जिनको तोड़ना इतना आसान नहीं था, क्योंकी जाति और अलग धर्म होना हमारे समाज में एक ऐसी बेड़िया है जो की दो प्यार करने वालों को शायद काभी नहीं समझ सकती। पुलिस की संवेदना से टूटे रिश्ते में नई जान आई और एक 8 माह की गर्भवती प्रेमिका को अपना प्यार मिल पाया ।
थाने में ही करवा दी शादी: जिले के तेघरा थाना क्षेत्र के चदात गाँव में रहने वाली बबीता और दनीयलपूर गाँव के मुहम्मद कुर्बान काफी लंबे अरसे से एक दूसरे को पसंद करते थे । प्यार में दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने और मरने की कसमें खाई, इसी बीच बबीता गर्भवती भी हो गई पर अलग जाति से आने वाले यह प्यार करने वालों का इस समाज में एक साथ रहना किसी को रास नहीं आता ,बबीता के परिवार ने इस सम्बंध को नहीं माना और धर्म और जाति की दुहाई दी जाने लगी । हद तो तब हो गई जब बबीता को गर्वपात कराने की सलाह दी जाने लगी । लेकिन, बबीता को अरमानों के कातिलों के आगे झुकना मंजूर नहीं था , अपने जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीने का हक सबको है और बबीता ने भी कुछ ऐसा ही किया । एक रात बबीता ने कस्बे में मजूद तेघरा थाना में कार्यरत संजीव कुमार को फोन किया दूसरे ही दिन संजय कुमार ने इस मामले की परताल की जिसमें दोनों युवा को बलिक पाया गया । पर संजय कुमार ने धर्म की दीवार को तोड़ते हुए इन दोनों युवक की थाणे में ही शादी करवा दी । अब इन दोनों प्रेमी की शादी की चर्चा पूरे इलाके में है ।
अंतरजातीय प्यार या शादी करने वालों को थोड़ी-बहुत रियायत तो मिल भी जाती है, लेकिन अंतरधार्मिक रिश्तों के लिए परिवार और समाज कतई तैयार नहीं होता । पर अब आखिर ऐसी सोच से समाज कब तक टिका रहेगा इसका तो पता नहीं बिहार में भी युवा ऐसी ही नजीर पेश कर रहे हैं. जाति हो, धर्म हो या रुतबा, सभी पारंपरिक बेडिय़ों को तोड़ते हुए आज युवाओं का प्यार परवान चढ़ रहा है।