बखरी के कवि सम्मेलन में बाबा साहब अंबेडकर के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने बालों पर कार्रवाई की मांग

न्यूज डेस्क : बेगूसराय के बखरी में आयोजित एक कवि सम्मेलन को लेकर विवाद शुरू हो गया है। दरअसल इस कवि सम्मेलन में बाबा साहब भीमराव अम्बेदकर और वामपन्थ के शब्द को जोड़कर बनाई गई कविता पर कवि ने खूब ताली बटोरा। सोमवार को इस बात पर स्थानीय नेताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) बखरी नगर के एक स्कूल में रविवार को कवि सम्मेलन हास्यमेव जयते के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और वामपंथी विचारधारा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कवि और आयोजकों के खिलाफ स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग करती है।

पार्टी हास्य कवि सम्मेलन को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और वामपंथी विचारधारा को अपमानित करने वाला कार्यक्रम मानती है। कार्यक्रम के बहाने सामंती और मनुवादी विचारधारा के लोगों ने दलित समाज, गरीब-गुरबों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। पार्टी के सहायक अंचल मंत्री जितेंद्र जीतू ने कहा कि संघी मुखौटा ओढ़े कवियों ने बखरी की धरती का उपयोग बाबा साहब अम्बेडकर और दलित समाज को अपमानित करने के लिए किया है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी बखरी से इस कार्यक्रम के वीडियो फुटेज के आधार पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कवि और आयोजकों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। सीपीआई के विधानसभा प्रभारी संजीव सिंह ने कहा कि ऐसे कवियों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए, जो समाज में जाति और धर्म के आधार पर विद्वेष पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

जन पहल के संयोजक विकास वर्मा ने बाबा साहब और वामपंथ को गाली देने वालों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वामपंथ ही देश का भविष्य है। लोगों को जाति और मजहब के आधार पर तोड़ने की कोशिश करने वालों का सपना कभी पूरा नहीं होगा।ययूथ फेडरेशन के प्रखण्ड अध्यक्ष संजय राय ने कहा कि जिसका पूर्वज अंग्रेजो की दलाली करता था आज वही देशभक्ति का प्रवचन दे रहा है,ये वही लोग जो दलितों,अकलियतों के हाथों में किताब देखना नही चाहते हैं,कवि सम्मेलन के नाम पर बाबा साहब पर अभद्र टिपण्णी करना मनुवादियों की ही संस्कृति रही है, इसलिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिये। युवा लोजपा के प्रखण्ड अध्यक्ष पंकज पासवान अपनी टिपण्णी में कहा कि कवि सम्मेलन के नाम पर बाबा साहब एवं वामपंथियों को गाली देना यह दर्शाता है कि ये लोग असभ्य हैं, ऐसे लोगों करवाई होनी चाहिए।