लॉकडाउन के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे ऑटो चालक ने लगाई फां सी, परिजनों को मिला 25 किलो गेहूं चावल

डेस्क: लॉकडाउन के कारण सभी लोगों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है लोगों के काम धंधा बंद हो गया, इसी वजह से खाने के लाले पड़े हुए हैं,लोग ज्यादा परेशान हो गए हैं, ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें एक ऑटो चालक ने तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है। एक ऑटो चालक ने गरीबी से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दे दी है मृतक ऑटो चालक प्रदीप कुमार गोपालपुर थाना क्षेत्र के जगतपुरा गांव का रहने वाला था।उनके पिता का कहना है की लाॅकडाउन के बाद आर्थिक स्थिति से वह काफी परेशान था। P.M.C.H टीपीओ प्रभारी अमित कुमार ने पिता का बयान दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही पटना के डीएम रवि कुमार ने सोमवार को मृतक ऑटो चालक के घर जाकर उसके परिजनों को 25 किलो गेहूं चावल दिया।

मृतक चालक के पिता विजय सिंह ने कहा कि उसका पुत्र प्रदीप कुमार ऑटो चलाता था लॉकडाउन के कारण पिछले कुछ दिनों से ऑटो चलाने का खर्चा उठाना मुश्किल हो गया था, परिवार चलाने के लिए वह काम मिलने पर मजदूरी भी कर लेता था लेकिन आर्थिक तंगी ने उसे काफी हतास कर दिया था इसके चलते उसने शनिवार की देर रात कमरे में जाकर चादर का फंदा लगाकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी, उसकी शव पंखे से झुल रहा था। इस कोरोना वायरस में बुरी तरह से लोगों को परेशान कर रखा है कोई इस वायरस से परेशान है तो कोई आर्थिक तंगी से परेशान है।