मंझौल : कैसे होगा कोरोना से जंग ? बन्द परे हैं स्कूल पर बना समाजिक दूरी केंद्र

मंझौल : चेरियाबरियारपुर प्रखण्ड क्षेत्र के मंझौल पबरा गांव में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कुल पांच स्कूलों पर पर प्रवासी व्यक्तियों के लिए ग्रामीण जनता के सुरक्षा के मद्देनजर सामाजिक दूरी बनाये रखने हेतु आवासन की व्यवस्था किया गया है, लेकिन पबरा पंचायत के कोरेन्टीन सेंटर में ताला लगा हुआ है।

बताते चलें कि 25 मार्च को विभागीय पत्र के आलोक में चेरियाबरियारपुर प्रखण्ड के बीडीओ ने पत्र जारी करके सभी पंचायत में एक एक स्कूल में बहार के राज्यों से गांव आ रहे प्रवासियों की दूरी गांव मोहल्ले से बनी रहे इसको लेकर आवासन के लिए विद्यालय प्रधान एवं ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि को पत्र निर्गत किया गया लेकिन धरातल पर स्थिति यह है कि पबरा पंचायत के उर्दू मकतब स्कूल स्थित कोरेन्टीन सेंटर में ताला लगा हुआ है । जो कोरेन्टीन सेंटर खुला हुआ है उसमें ज्यादरतर में आवासन एवं साफ सफाई की समस्या बनी हुई है ।

सोमवार को पबरा में बाहर से आये दो व्यक्ति अपने व्यवस्था से पीएचसी चेरियाबरियारपुर स्क्रीनिग करबाने गये, जिसके बाद पीएचसी से उनका चेकप कर चिठ्ठा बनाकर सात दिन घर पर सबसे दूरी बनाए रखने की हिदायत देकर वापस घर भेज दिया है। उक्त लोग में से कोई भी मास्क लगाए हुए नहीं थे, क्षेत्र में पंचायतों को सेनेटाइज करने का अभी तक कोई भी पहल नहीं किया गया है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो मंझौल पंचायत एक और पबरा पंचायत में बीते दिनों में दर्जनों की संख्या में प्रवासी ग्रामीण घर को लौटे हैं, ऐसे में सक्रमण की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है, क्योंकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो कोरोना के संक्रमित मरीज में कई बार तो ऐसा भी होता है कि संक्रमण का लक्षण कई दिनों तक पता नहीं चलता है।

उक्त व्यवस्था के मद्देनजर बीडीओ चेरियाबरियारपुर कर्पूरी ठाकुर से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि आज मंझौल में सभी स्कूल स्थित कोरेन्टीन सेंटर खुला हुआ है। जिसमें प्रवासी लोगों के लिये व्यवस्था की जा रही है।