कला संस्कृति युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने आवास पर बाबासाहब को दी श्रद्धांजलि

पटना, 14 अप्रैल 2020 : भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेदकर की 129 वी जन्म जयंती पर कला संस्कृति युवा विभाग, बिहार सरकार के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने सरकारी आवास 4 स्टैंड रोड पटना  पर उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। हालांकि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के खिलाफ कोई सामूहिक आयोजन नहीं हुआ और अपने आवास पर उन्‍होंने सोशल डिस्‍टेंसिंग को ध्‍यान में रखकर बाबा साहब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इस दौरान मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि बाबा साहब मानवता, समानता, समरसता, समता, छुआछूत मुक्त वातावरण समाज की कल्पना करते थे, जो उनके जीवन को हमेशा उत्प्रेरित करता था। वह कांग्रेसी नहीं थे परंतु पृथक मंत्रिमंडल में उनकी विद्युता को देखकर उन्‍हें देश का प्रथम कानून मंत्री बनाया गया। जब भारत के संविधान की संरचना कर अपने देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र बाबू की अध्यक्षता में इसका विमोचन कराया, तब कांग्रेसियों को इनके प्रभाव से भय और ईर्ष्या होने लगा। और यही कारण है कि जब लोकसभा का प्रथम चुनाव हुआ तो बाबासाहेब के विरूद्ध कांग्रेसियों ने अपना उम्मीदवार देकर बाबा साहब को लोकसभा पहुँचने से रोकने का प्रयास किया।

उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के साजिशों के खिलाफ तत्कालीन जनतांत्रिक गठबंधन के लोकसभा के नेता और जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बाबासाहब से प्रभावित होकर उन्‍हें बंगाल से राज्यसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित कराकर राज्यसभा भेजने का काम किया। उन्‍होंने कहा कि बाबा साहब की जयंती के अवसर पर आज उन कांग्रेसियों एवं उनके उल्टे पलटे गठबंधन के सदस्यों को बताना चाहता हूँ कि जो कांग्रेस बाबा साहब को सम्मान देने का काम नहीं किया उस कांग्रेसियों के साथ मिलकर गठबंधन के लोगों को बाबा साहेब की दुहाई देने का हक नहीं  है।