लोगों में जगी आस : नया साल में पूरा हो सकता है अनुमंडलीय अस्पताल मंझौल का निर्माण कार्य

बेगूसराय : आगामी साल में जिले के मंझौल अनुमंडल के लोगों के लिए लचर स्वास्थ्य व्यवस्था से मुक्ति बाला साल साबित हो सकता है। करीब बारह साल से निर्माणधीन अवस्था में परे अनुमंडलीय अस्पताल मंझौल के जर्जर भवन का भौतिक जायजा भवन निर्माण विभाग के अभियंताओं ने लिया । अनुमंडल मुख्यालय मंझौल स्थित अनुमंडलीय अस्पताल का शिलान्यास सालों पहले तत्कालीन बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री चन्द्रमोहन राय ने किया था । उस समय इस अस्पताल को उत्तरी बेगूसराय में सबसे बड़े अस्पताल के रूप में स्थापित करना स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य था । परन्तु निर्माण कार्य के शुरू होने के कुछ साल बाद से अस्पताल में काम ठप हो गए । बीतते समय के साथ यहां कचरा मलमूत्र जमा होते गए और भवन व परिसर में अतिक्रमणकारियों का दबदबा होने लगा । फिलवक्त यहां दिन रात जुआरियों व नशेड़ियों का अड्डा जमा रहता है।

विभागीय लोगों ने निर्माणाधीन भवन का बारीकी से अवलोकन किया : करीब आधे दर्जन विभागीय इंजीनियरों की टीम कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार पांडे के नेतृत्व में पहुंची थी । टीम में शामिल अभियंताओं में भवन में पेंडिंग कार्यों की सूची बनाई गयी । टीम में शामिल ई अभय ने बताया कि बिल्डिंग मेंटिनेंस व अस्पताल में जरूरी चीजों की जरूरत है। रिएस्टिमेट बनाकर भवन निर्माण विभाग मुख्य कार्यालय भवन पटना को भेजा जाएगा । जिसके बाद विभागीय प्रक्रिया के उपरांत रिटेंडर होने के बाद अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार का काम शुरू हो जाएगा ।

निर्माणाधीन अस्पताल में दस साल से है भवन में सिर्फ ढांचा और कैम्पस में अतिक्रमण : निर्माण कार्य बंद होने के उपरान्त टायल्स , खिड़की और दरवाजे गायब हो गए। साथ ही स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता से अतिक्रमणकारियों ने पूरे कैम्पस पर अपना कब्जा जमा लिया । फलस्वरूप गिट्टी बालू , दुकान , अवैध कब्जा बढ़ता चला गया । फिलवक्त स्थिति यह है कि भवन के नाम पर सिर्फ जर्जर ढांचा बच गया है।

सामाजिक कार्यकर्ता ने कई बार उठाई मांग व लिखी गई लगातार खबरें : बीते साल में मंझौल अनुमंडल के जनता के सामने स्वास्थ्य की समस्या दानवी प्रवृति धारण कर लिया । परन्तु सरकारी व्यवस्था का ऐसा रवैया था कि समाजिक कार्यकर्ताओं की लगातार मांग के बावजूद व समाचार पत्रों में लिखे गई खबरों से कान पर जूं तक न रेंगा । हाल ही मंझौल अभाविप के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मिलकर अस्पताल की बदहाली दूर करवाने की मांग की थी । तब केंद्रीय मंत्री ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को हॉटलाइन पर तलब कर जल्द से जल्द समस्या निराकरण करने का आदेश दिया था । जिससे मंझौल की जनता में अनुमंडलीय अस्पताल जल्द सुदृढ़ हो जाने की आश जगी है।