डेस्क : आईएएस बनना हर छात्र का सपना होता है। इसके लिए जो मेहनत की आग में तपता है वो सोना का रूप ले लेता है यानी उसका आईएएस बनने की तमन्ना पूरा हो जाता है। इस परीक्षा में सफलता पाने वाले सेकड़ों तैयारी करने छात्रों के प्रेरणा होते हैं। इसी कड़ी में यूपीएसी परीक्षा में पूरे भारत में तीसरी रैंक प्राप्त करने वाली आगरा की अंकिता जैन त्यागी के सफलता की कहानी भी काफी प्रेरणादायक है। उनका मानना है कि कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता। बस उसे पाने के लिए अपने लक्ष्य पर अर्जुन की तरह फोकस रखना जरूरी होता है।
बीते शुक्रवार को संघ लोक सेवा आयोग ने परीक्षा परिणाम घोषित किया और यह परिणाम ने अंकिता जैन त्यागी के लिए जीवन की यह सबसे बड़ी शाम बना दी। अंकिता ने अपने सफलता का राज बताते हुए कहा कि आईएएस बनने के लिए छह घंटे की पढ़ाई अधिक होती है। रणनीति बना के तैयारी करने का उनको काफी लाभ मिला। उन्होंने खास ध्यान पर दिया कि जो पढ़ें,वह गुणवत्तापरक हो। मालूम हो कि अंकिता साल 2019 में डिप्टी अकाउंटेंट जनरल मुंबई चुन ली गयी थी। परंतु वे इतने में संतुष्ट नहीं हुईं। उन्होंने नौकरी के साथ आईएएस बनने के लिए कड़ी मेहनत की और दो साल बाद 2021 में पूरे में परचम लहरा दिया। अंकित कहती हैं कि नौकरी के संग पढ़ाई मुश्किल था। इसके लिए उन्होंने टाइम मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान दिया। युवाओं को उन्होंने कहा कि युवाओं को इधर-उधर भटकने से बचना चाहिए बल्कि जिस फील्ड में वे जाना चाहते हैं। उसी को हासिल करने में लग जाएं सफलता जरूर मिलेगी।
मां-पिता और पति को श्रेय : अंकिता जैन त्यागी अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और पति को देती हैं। अंकिता के तीसरी रैंक मिलने की बात फैलते ही अंकिता के इस सफलता पर बधाई देने वालो के तातां लग गया। ससुराल से मायका तक कामयाबी का जश्न मनाया जाने लगा।
सफलता के मूल मंत्र
- संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी आप स्मार्ट स्टडी कर के करें।
- एनसीईआरटी की 12वीं तक की किताबों से हो सकती है बेस मजबूत।
- सर्वप्रथम विषय के बेसिक्स पढ़े, तत्पश्चात सिलेबस के मुताबिक पढ़ें।
- तैयारी करते वक़्त ही अपनी किताबों से छोटे-छोटे नोट्स तैयार कर लें।
- मेहनत जुनून के साथ करें और रिवीजन करते रहें।