बेगूसराय: मगध शुगर मिल लिमिटेड (हसनपुर चीनी मिल) द्वारा किसानों के साथ हुए समझौता को लागू नहीं कर धोखाधड़ी करने को लेकर शनिवार को मिल प्रबंधन के खिलाफ किसानों ने गढ़पुरा थाना में मामला दर्ज कराया है। इस संबंध में किसान राम किशोर राय, धर्मेंद्र प्रसाद सिंह, संतोष कुमार यादव आदि का कहना है कि हसनपुर चीनी मिल द्वारा गन्ना खरीद प्रक्रिया, चलान निर्गत प्रक्रिया एवं भुगतान प्रक्रिया के साथ प्रत्येक माह में दो दिन प्रबंधन एवं किसान प्रतिनिधि की बैठक का निर्णय पूर्व के आंदोलनों में लिया गया था। लेकिन चीनी मिल प्रबंधन किसी भी समझौता को मानने के लिए तैयार नहीं है किसानों के साथ वादा खिलाफी कर उनका शोषण किया जा रहा है।
25 फरवरी 2019 को हसनपुर चीनी मिल के द्वारा किसानों पर लगातार शोषण करने के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना का आयोजन मालीपुर पेट्रोल पंप से हसनपुर की ओर जाने वाले रास्ते में तीनमुहानी के पास किया गया था। जिसमें 12 घंटे के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी गढ़पुरा की मध्यस्थता में हसनपुर चीनी मिल के पदाधिकारियों के साथ वार्ता के क्रम में एक समझौता हुआ था कि एक मार्च 2019 को उत्क्रमित मध्य विद्यालय मूसेपुर में हसनपुर चीनी मिल के गन्ना कार्यपालक उपाध्यक्ष एवं अन्य के समक्ष वार्ता होगी और इस वार्ता में प्रखंड विकास पदाधिकारी गढ़पुरा मध्यस्था करेंगे। एक मार्च को हुई वार्ता में गन्ना कार्यपालक उपाध्यक्ष शंभू राय, सी बी सिंह, एसीएम रोहित राणा एवं स्वराज सिंह उपस्थित हुए।
उसमें किसानों की मुख्य मांगों में एक मांग मान लिया गया कि प्रीमियम सामान्य एवं अन्य गन्ना का अनुपात 80 प्रतिशत,12 प्रतिशत और आठ प्रतिशत के हिसाब से प्रतिदिन खरीद की जाएगी। सभी गन्ना का भुगतान उपरोक्त अनुपात में की जाएगी। लेकिन वर्तमान वित्त वर्ष में हसनपुर मिल का कैलेंडर निर्माण हुआ उसमें इस समझौते को नजरअंदाज कर बनाया गया है। वर्तमान वित्त वर्ष में मिल में पेराई एक माह से चल रहा है। लेकिन इस समझौते का पालन अभी तक नहीं किया गया। किसानों का कहना है कि समझौता बिंदु को नहीं मानने के कारण मजबूर होकर आज गढ़पुरा थाना में गन्ना कार्यपालक उपाध्यक्ष शंभू राय, सी बी सिंह, एसीएम रोहित राणा एवं स्वराज सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है। कार्रवाई और समझौता बिंदु नहीं लागू किया गया तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।