बेगूसराय : बीते दिनों बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने STET परीक्षा को रद्द कर दिया , जिसके बाद से बिहार सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किस परिस्थिति में परीक्षा को रद्द किया गया । मंगलवार को अभाविप बिहार प्रांत के आह्वन पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् बीहट नगर इकाई के द्वारा एपीएसएम काॅलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रिषि के नेतृत्व में बीहट वार्ड-25 स्थित कार्यालय पर सोशल डिसटेंस का पालन करते हुए बिहार सरकार के द्वारा #STET परीक्षा को रद्द किए जाने के विरोध में धरना दिया गया। धरना प्रदर्शन पर बैठे कार्यकर्ताओ ने नारा लगाया की, नीतिश तेरे शासन में,
शिक्षा गई धरातल में।
बिहार सरकार शर्म करो,
बोर्ड अध्यक्ष को बर्खास्त करो। महामहिम राज्यपाल हस्तक्षेप करें। आनंद किशोर को बर्खास्त करें।
इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य यशस्वी आनंद जी व गौरब कुमार ने कहा की बिहार सरकार को जबाव देना चाहिए की जब 28 जनवरी को जब परीक्षा लिया गया था तो सभी परीक्षा केन्द्रों पर त्रिस्तरीय जांच की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा हाॅल में जैमर लगाया गया था जुता,चप्पल, घड़ी व बेल्ट परीक्षा हाॅल के बाहर खुलवा लिया गया था। एक बेंच पर दो परीक्षार्थी को बैठाया गया व संपूर्ण समय परीक्षा की विडियो ग्राफी करवाया गया और तो सवाल यह भी उठता है की जब STET परीक्षा के कैंसिल के मामले हाईकोर्ट के डिसीजन 22 मई को आना था तो फिर उससे पहले परीक्षा रद्द क्यों?
जिला कार्यसमिति सदस्य अमन कुमार व नगर मंत्री नरेन्द्र कुमार ने कहा की बिहार सरकार से हमारी मांग है की बिहार बोर्ड में बड़े पैमाने पर फेरबदल हो और परीक्षा रद्द किस कारण से हुई इसकी उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए और अंत में उन्होंने यह भी कहा की अगर बिहार सरकार STET परीक्षा पर पुनर्विचार नही करती है तो आगे भी हमारा आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर कार्यालय मंत्री डब्लु कुमार राकेश कुमार सुजीत कुमार मन्नु कुमार उपस्थित रहें।
#ABVPFORSTET का ट्विटर ट्रेंड भी अभाविप कार्यकर्ताओं के द्वारा चलाया जा रहा है। इस हैशटैग के साथ अभाविप कार्यकर्ता नीतीश कुमार की सरकार पर हमलावर दिख रहे हैं।