कर्ज में डूबे पिता ने छोर दिया घर और बेगूसराय शहर, KBC में बेटे के सामने से अमिताभ बच्चन ने की भावुक अपील

न्यूज डेस्क : कौन बनेगा करोड़पति के सेट पर बेगूसराय के एक बेबस लाचार और आर्थिक तंगी के मारे घर छोड़ चुके पिता के पुत्र का पहुचना और अमिताभ बच्चन की यह अपील कि आप जहां कहीं भी हों घर आ जाएं। अब आपके बेटे कमाने लगे हैं। उक्त मार्मिक अपील सुनकर हर व्यक्ति का हृदय पसीज रहा है।

यह कहानी ऐसी है कि अंत से शुरू हो तो शुरुआत और शुरू से शुरू हो तो अंत बुरा मान जाएगा । कहानी बेगूसराय शहर के लोहियानगर में रह रहे एक परिवार की है। जो गैरों के लिए कर्ज के गारेंटर बनने की गुनाह के कारण पूरी तरह टूट गया। अखिरकार घर के मुखिया चंद्रशेखर सिंह करीब सात साल पहले घर छोड़कर कहां चले गए यह आजतक किसी को पता नहीं चल सका है। केनरा बैंक में अधिकारी पद पर तैनात उनके पुत्र कुमार सौरभ अमिताभ बच्चन के द्वारा होस्ट किए जाने वाले शो कौन बनेगा करोड़पति के हाट सीट पर पहुंच कर चर्चा का विषय बने हुए हैं।

कौन बनेगा करोड़पति सीजन 13 के 48 वें एपिसोड में बुधवार की रात कुमार सौरभ ने 12वीं सवाल का जवाब देकर 12 लाख 50 हजार रुपया जीत लिया और गेम में सीट पर बने हुए हैं। केबीसी में सौरभ के अमिताभ बच्चन के सामने बैठने की जानकारी मिल कर बुधवार की रात बेगूसराय जिले सहित बिहार भर के लोग समय से पहले टीवी खोल बैठ गए। अमिताभ बच्चन ने जब सवाल किया कि काजर की कोठरी और भूतनाथ उपन्यास के लेखक कौन हैं तो सौरभ ही नहीं, बेगूसराय के लोगों ने भी सांसे थाम ली। लेकिन सौरभ ने बगैर लाइफ लाइन का उपयोग किए गंभीरता के साथ जवाब दिया देवकीनंदन खत्री और यह जवाब सही होते ही लोग झूम उठे । शो के दौरान अमिताभ बच्चन ने जब सौरभ की अनकही कहानी सुनी तो वह भी आश्चर्य में पड़ गए तथा अपील किया।

कुमार सौरभ मूलतः भागलपुर के निवासी हैं। उनके दादा बरौनी रिफाइनरी में नौकरी करते थे। इस कारण बेगूसराय में उनके पिता की मित्रता थी। साल 2002 में दादाजी के रिटायरमेंट के बाद जब उनके पिता भागलपुर में रहकर कोई भी काम नहीं करते थे । तो यहां के कई दोस्तों ने उन्हें नौकरी के लिए बेगूसराय बुला लिया । यहां उन्हें जिस दुकान पर नौकरी मिली उसका मालिक पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ था। कुमार सौरभ के पिताजी वहां काम करते थे तो उनके पहुंच से भी दुकान मालिक ने कई लोगों से पैसे उधार पर ले लिए । फिर साल 2007 में एक दिन कर्ज में डूबा उस दुकान का मालिक बेगूसराय से फरार हो गया । जिसका कोई भी पता नहीं चल सका । कुमार सौरभ के पिता के पहुच से जो बहु कर्ज की राशि उसने ली थी उसका तगादा अब इन्हें होने लगी थी। एक लेकर दूसरे को दूसरे से लेकर तीसरे को रकम चुकाने के क्रम में वो वेवजह के कर्ज में डूबते चले गए। इस बीच कुमार सौरभ जो कोलकाता में बी टेक कर रहे थे 2014 में पिताजी ने दिन के तीन बजे फोन पर बात पर अच्छे से पढ़ने लिखने और माँ का ख्याल रखने की बात कहकर फोन रख दिया । उसी रात घर से निकले जिनका आजतक काफी खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चल सका है।

कुमार सौरभ दोनो भाई अपने मां के साथ अभी दिल्ली में रहते हैं। यहां लोहियानगर में उनकी दादी व चाचा रहते हैं। सौरभ कहते हैं कि कौन बनेगा करोड़पति में जाना मेरे लिए जितनी खुशी लेकर आया । उससे कहीं ज्यादा मन मे डर लग रहा है कि फिर वे लोग अब पैसे की डिमांड करने लगेंगे जिसका कोई भी लेखा जोखा नहीं है। कौन कितना दिए कितना मांग रहे यह सब का हिसाब किसको पता है। न जाने आगे क्या होने वाला है। फिलहाल सौरभ की कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचने पर बेगूसराय में जश्न का माहौल है तथा लोग अगले चारों सवाल का भी सही जवाब होने की कामना कर रहे हैं।

कुमार सौरभ कौन बनेगा करोड़ पति में अबतक लाखों का इनाम जीत चुके हैं। साथ ही लाखों लोगों का प्यार भी उनको मिल रहा है। अमिताभ बच्चन ने उनसे एक के बाद एक कई प्रश्न पूछे जिसका लगातर सही जबाब देकर सौरभ नगद इनाम जीतते गए। एक एपिसोड 48 मंगलवार को टेलीकास्ट दिया गया। जिसमें अमिताभ बच्चन ने कुमार सौरभ के पिता से अपील भी किया है कि आप जहां कहीं भी हैं हो वापस आ जाएं आपके बेटे कमाने लगे हैं सभी कर्ज तोर देंगे । बताते चलें कि कुमार सौरभ की प्रारंभिक शिक्षा बेगूसराय के एसबीएसएस कालेजिएट में हुई । 2005 में मैट्रिक और 2007 में इंटर करने के बाद कुमार सौरभ ने कोलकाता से बीटेक की डिग्री प्राप्त किया। इसके बाद प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुट गए और तीन साल पहले केनरा बैंक में दिल्ली में पीओ के पद पर चुने गए। सौरभ यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। दिल्ली मेट्रो में काम कर रहे बरे भाई कुमार वैभव से प्रेरित होकर सौरभ ने कौन बनेगा करोड़पति में भाग लिया तथा 12 में सवाल तक का सही जवाब देते हुए हॉट सीट पर बने हुए हैं।