2020 के बजट के 6 अहम् मुद्दे जिसपर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी

नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस दुसरे बजट प्लान के तहत कुछ ऐसे गंभीर मुद्दे जिनसे देश की अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार आ सकता है, आगा इन मुद्दों को सही ढंग से उतारा जाये तो हर तबके के आदमी को राहत मिलेगी और बिगड़ते आर्थिक संकट से भी छुटकारा मिलेगा।

  1. रेवेन्यू जनरेशन – इस बार लड़खड़ाई हुइ अर्थव्यवस्था के चलते सरकार के फण्ड में कमी आयी है जिसकी भरपाई वह सिर्फ टैक्स बढ़ाकर कर सकती है , ऐसे में सरकार एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और इन्वेस्टमेंट होल्डिंग कंपनियों की मदद ले सकती है।
  2. इनकम टैक्स सेक्शन 80C- इस टैक्स के तहत सैलरीड क्लास के लोगो को टैक्स में राहत देने का प्रावधान रहेगा। ऐसे में इस टैक्स के बचाव से देश का बड़ा हिस्सा जो अपनी तनख्वा पे निर्भर है उसका उसका 3 लाख तक का पैसा बचा करेगा जो फिलहाल 1.5 लाख रुपये है।
  3. गवर्नमेंट फंडिंग – घरेलु बाजार की भीड़ को रोकने के लिए सरकार अंतर्राष्ट्रीय मार्केट के लिए सॉवरेन फंड जुटाने का ऐलान कर सकती है।
  4. ऑटो सेक्टर – इस बार ऑटो सेक्टर ने भी काफी बुरी तरह की मार झेली है जिसको लेकर सरकार अब GST दरों में कटौती कर सकती है। इस समय ऑटोमोबाइल्स 28 फीसदी जीएसटी के दायरे में आता है , इंडस्ट्री में मांग की जा रही है कि सरकार इसे घटाकर 18 फीसदी कर दे
  5. छोटे कारोबारी – इस बार छोटे स्टार के व्यापारियों के लिए सरकार ने बहुत कुछ सोचा है ताकि GDP सेक्टर में बढ़ोतरी आ सके। मौजूदा अर्थव्यवस्था ने इस सेक्टर को कुछ खास लाभ नहीं मिल पाया है अगर यह 16 फीसदी से बढ़कर 25 फीसदी हो जाए तो बदलाव आ सकता है।
  6. कृषि क्षेत्र- के जरिए ग्रामीण इनकम में बढ़ोतरी – भारत की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के लिए बेहद जरूरी है कृषि सेक्टर, इसके तहत इसमें आने वाली योजनाओं की मदद से सरकार किसानो की जेब में पैसा डालना चाहेगी।