बेगूसराय व्यवहार न्यायालय में 1435 मामलों का हुआ निपटारा, पति – पत्नी के बिखरे रिश्ते को लोक अदालत ने मिलाया

न्यूज डेस्क : जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा शनिवार को व्यवहार न्यायालय बेगूसराय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शमीम अख्तर ने उद्घाटन किया। लोक अदालत के संचालन हेतू 14 पीठो का गठन किया गया था। सभी पीठों को संचालित करने का कार्यभार सर्वर पदाधिकारी अरमान फ़ैज़ी, धर्मशील कुमार, नज़ीर, एवं लोक अदालत कर्मी उदय कुमार का था। आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में दुर्घटना बीमा,स्टेट बैंक के बकायेदार से संबंधित मामले, विभिन्न बीमा कंपनियों, परिवार न्यायालय, खनन विभाग एवं अन्य भी कई सारे कुल 1435 मामलों का निपटारा किया गया।

बिजली विभाग के सबसे अधिक 130 मामलों का निपटारा बिजली संबंधित मामलों की सुनवाई व निपटारे हेतु गठित पीठ पांच सदस्यीय थी। जिनमें न्यायिक पदाधिकारी वृजनाथ प्रसाद, बिजली विभाग के वरीय अधिवक्ता अवधेश प्रसाद सिंह, सदस्य सुबोध झा एवं लता कुमारी थे। बिजली कंपनी ने बिजली संबंधित मामलों में चार लाख रुपये की वसूली और बारह लाख रुपये पर समझौता कर कुल 130 मामलों का निपटारा किया।

6 बिखरे दाम्पत्य को मिलाया परिवार न्यायालय में लंबित कुल 6 मामलों का निस्तारण किया गया। 6 ऐसी दाम्पत्य जोड़ी को समझौता करवा कर दिया जो न्यायिक प्रक्रिया में बरसों से चक्कर लगा कर सुकून के जीवन से कोसों दूर हो गए थे। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राजकिशोर सिंह एवं गोपाल मिश्रा ‘अधिवक्ता’ ने इन सभी के दाम्पत्य जीवन को संवारने के काम किया। इनमें मटिहानी की मुन्नी देवी जिनका विवाह बीहट के मंतोष कुमार से हुआ था एवं भगवानपुर थाना की ज्योति कुमारी व जिला समस्तीपुर निवासी मोहन कुमार तथा चट्टी रोड की कृति अग्रवाल जिन्होंने पश्चिम बंगाल के पीयूष अग्रवाल के शादी की थी। ये सभी एवं अन्य भी कुछ वैवाहिक बंधन में बंधे जोड़े जो सिर्फ कुछ गलतफहमियो की वजह से एक झंझावात को झेल रहे थे। इन सभी की परेशानियों को दूर कर लोक अदालत ने इनको मिलाने का कार्य किया। हर बार की तरह इस बार भी बेगूसराय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत ने अपार सफलता प्राप्त की तथा न्यायिक विभाग के कार्य को समझौते तथा मेल मिलाप के आधार पर कम किया।