नीतीश सरकार के नल जल योजना में जल पहुंची कम मगर गाँव – गाँव में PCC सड़कों की दुर्दशा भरपूर , विभाग मौन

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 2020 विस चुनाव से पहले उनकी सरकार के द्वारा ‘सात निश्चय’ की सफलता का दावा करते हुए इसके ‘पार्ट-2’ की घोषणा की थी । हाल ही हुए नवगठित सरकार के कैबिनेट मीटिंग में भी सात निश्चय योजना पार्ट 2 पर मुहर लग गई है। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि सात निशचय पार्ट-1 में शामिल कुछ योजनाएं कुछ ज़िलों में ज़मीन पर भी नहीं उतर सकी है। और जहां शुरू हुईं, वहां महज़ कुछ फ़ीसदी काम पूरा हुआ है।

बेगूसराय जिले में नाली-गली योजना के तहत 11,329 कार्यों की स्वीकृति दी गई थी। हालांकि इसमें से सिर्फ 7,115 कार्य ही पूरे हो पाए और केवल 1,671 कार्यों का ही निरीक्षण किया गया। वही साहेबपुरकमाल प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में “हर घर नल जल” योजना ग्रामीण सड़कों के लिए अभिशाप बनता दिख रहा है। जल आपूर्ति के लिए बिछाए गए पाइप जहां तहां क्षति ग्रष्ट हो गए हैं। जिससे जल आपूर्ति के दौरान बेकार पानी सड़कों पर बहते रहता है। जिससे सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। जिस होकर ग्रामीणों के आवागवन में परेशानी होती है। प्रखंड के कई पंचायतों में वार्ड क्रियान्वयन प्रबंध समिति व पीएचडी के द्वारा हर घर- नल जल योजना का कार्य धीमी गति से हो रहा है।

प्रखंड के कई वार्डों में इस योजना का कार्य पूरा नहीं किया गया। इस योजना को पूरा करने के लिए जो पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क की खुदाई की गई थी। लेकिन कई जगहों पर अभी भी पाइप लाइन का कार्य भी पूरा नहीं किया गया है। कुछ वार्डों में पाइप बिछाकर हाउस कनेक्शन तो कर दिया गया है। लेकिन जिस वार्ड में पाइप लाइन का कार्य पूरा हो गया। वहां अभी तक हाउस कनेक्शन तक नहीं हुआ। तथा जिस वार्डों में पाइप बिछाने के लिए सड़क को तोड़ा गया था, वहां अभी तक पाइप भी नहीं बिछाया गया। उस वार्ड में सड़क का दोबारा कार्य निर्माण कार्य तो बहुत दुर की बात है। लोग जर्जर सड़क पर चलने को मजबूर हैं। जर्जर सड़क पर चलने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर छोटे वाहन, तथा पैदल चलने वाले लोगों को दिक्कतें आ रही है। हालांकि उक्त मामले पर ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग के लोग मौन दिख रहे हैं।