साहेबपुरकमाल/सुमन सौरब : जिले के एसकमाल प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों भूमि माफिया द्वारा अवैध तरीके से मिट्टी कटाई का कार्य लगातार जारी है। जबकि उच्च न्यायालय के आदेश में खनन पर साफ तौर पर रोक लगी हुई हैैै। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भी लगातार खनन माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने के बावजूद प्रखंड क्षेत्र के गंगा से सटे तटवर्ती ईलाकों में अवैध मिट्टी खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार समस्तीपुर गांव के बांध के दक्षिणी छोड़ गंगा के तराई क्षेत्रों में भू माफियाओं द्वारा जेसीबी के माध्यम से मिट्टी कटाई करके तथा ट्रैक्टर की ट्रॉली पर लोड करके अवैध तरीके से बेचा जा रहा है। इस संबंध में प्रखंड अंचलाधिकारी जय किशन ने बताया हम लोगों के तरफ से लगातार छापेमारी जारी है। हम लोगों ने कई बार अवैध ट्रैक्टर को भी सीज कर दिया, लेकिन फिर भी अबैध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इस संबंध में खनन विभाग से भी बात किया लेकिन अभी तक उनके तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिला है।
आपको बता दें कि बिहार में साधारण मिट्टी को लघु खनिज की श्रेणी में रखा गया है। इसके खनन और व्यवसाय के लिए 1972 में बिहार राज्य लघु खनिज समानुदान नियमावली बनाया गया था। लेकिन इसे प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जा सका। इस नियमावली के नियम-27 में स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि मिट्टी के खनन व खरीद-बिक्री के लिए विभाग से परमिट लेना अनिवार्य है। बिना परमिट, मिट्टी का खनन व व्यवसाय करने वालों के लिए सजा व दंड का भी प्रावधान किया गया है। लेकिन प्रखंड का शायद ही कोई कारोबार हो जो की सरकार से परमिट ली गई हो। बताया जाता है। कि इससे सरकार को हर साल करोड़ों रुपये राजस्व की हानि हो रही है।