अवैध कोयले से संचालित हो रहे हैं चिमनी, संबंधित अधिकारी है मौन

डेस्क : साहेबपुर कमाल सुमन सौरब : पूरे देश इन दिनों वायु प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। तथा वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार तरफ से भी तरह-तरह के मुहिमे चलाई जा रही है। हाल ही में बिहार सरकार तरफ से वायु प्रदूषण को रोकने के लिए “जल जीवन हरियाली” योजनाओं का भी शुभारंभ किया गया था। ‌ लेकिन जमीनी हकीकत पर ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया गया। जिससे ज्ञात हो कि वायु प्रदूषण को रोका गया।

वही बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल प्रखंड अंतर्गत इन दिनों गंगा के तराई क्षेत्रों में दर्जनों ईंट भट्ठे अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है, पर्यावरण को भी क्षति पहुंच रही है। साथ ही अवैध रूप से नाबालिक बाल श्रमिक बच्चे को भी जबरन काम करवाया जा रहा है। जो कि साफ तौर पर गैरकानूनी है। वही इस संबंध में बताया जाता है कि समस्तीपुर, मल्हीपुर, फुलमलिक, खरहट आदि जगहों में चिमनी ईट भट्ठा धू-धू कर अवैध कोयले से संचालित हो रहा है।

सूत्र यह भी बताते हैं कि इस प्रकार के चिमनी ईंट भट्ठों के कारण पर्यावरण काफी प्रभावित हो रहा है। वहीं जंगल की कटाई भी तेजी से हो रही है, चिमनी ईट भट्ठा के मालिकों द्वारा मिट्टी की कटाई करने को लेकर कई बेस कीमती पेड़ पौधों को को नष्ट कर दिया जा रहा है। जिसे हर भरा जंगल विरान होता जा रहा है। वहीं संबंधित अधिकारी मौन साधे हुए हैं समय रहते अगर जंगल को नहीं बचाया गया तो आने वाले समय में ग्रामीणों को पानी व शुद्ध हवा का घोर संकट का सामना करना पड़ेगा।