बखरी, बेगूसराय : बखरी में रविवार से दो दिवसीय गौशाला मेला प्रारंभ हो गया है. इससे पहले ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कृष्ण राधा के प्रतिमा का पूजा अनुष्ठान किया गया. हालांकि मेले में इस बार कुश्ती व सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को नहीं मिल सकेगा. वहीं गौशाला परिसर में गाय एवं बछड़ों को आकर्षक ढंग से सजायागया और गौशाला परिसर का रंग रोगन किया गया.
सुबह से ही गौ-पालक गौशाला पहुंच गाय को भोजन कराते देखे गये. कार्यक्रम परिसर के चारों ओर जगमगाती लाइटों एवं संगीत से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है. जबकि पूजा अर्चना के लिए दिन भर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा. मौके पर मेला के सचिव कैलाश चंद शर्मा, उपाध्यक्ष बैजनाथ प्रसाद केशरी, मनोरंजन वर्मा, दिलीप केशरी, मनोहर केशरी, केदार केशरी, मनोज चौधरी, वनवारी लाल वर्मा, अरूण केशरी, अमरनाथ साह, रामदयाल केशरी, अभिमन्यु केशरी, गौरव कुमार, संतोष साह, लक्ष्मी साह आदि मौजूद थे.
बताते चलें कि कोरोना महामारी के कारण इस बार व्यापक रूप से गौशाला मेला नहीं लगाया गया है. वहीं मेला का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे दंगल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होने से दर्शकों में निराशा देखा जा रहा है. क्योंकि दंगल के लिए अंतर राज्यस्तरीय पहलवानों का आगमन बखरी अखाड़ा में होते रहा था. जिसमें स्थानीय सहित दुर-दराज के गांवों से लोगों की भीड़ लगी रहती थी. वहीं रात्रि में सांस्कृतिक व स्थानीय चौकीतोर नाच होने से मेला में चार चांद लगती थी.