स्मृतिशेष लक्ष्मीनारायण सिंह के द्वादशा कार्यक्रम के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

नावकोठी बेगुसराय: प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत पहसारा में स्मृतिशेष लक्ष्मीनारायण सिंह के द्वादश कर्म के अवसर पर रविवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन को उनके आवास पर किया गया। बताते चले कि स्मृतिशेष लक्ष्मीनारायण सिंह 93 वर्ष की आयु थे । सबसे बड़ी बात यह थी कि ये अंतिम समय में भी विज्ञान से काफी जुड़े थे , ये 93 वर्ष की आयु में भी कंप्यूटर पर अपनी रचना लिखते थे ।

कार्यक्रम के आयोजक उनके सुपुत्र राजनीतिक कार्यकर्ता सुदर्शन सिंह थे। इस मौके पर कवि वसम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया रविंद्र सिंह ने की। जबकि मंच संचालन कुमार अनिल ने किया । राष्ट्रीय महासचिव प्रलेस व पूर्व विधायक राजेंद्र राजन ने लक्ष्मी बाबू को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दिनकर के बाद बेगूसराय की धरती पर छंद काव्य लिखने वाला सिर्फ वे ही थे।

उन्होंने लक्ष्मी बाबू को राजनीति में समाजवादी कहा तो एक साहित्यकार और कवि के रूप में साम्यवादी कहा। उन्होंने कहा कि साहित्य और कविता के माध्यम से जहां एक ओर समाजवादी सरकार के भ्रष्टाचार पर प्रहार किया। वहीं सांप्रदायिकता पर भी निशाना साधा। समाजवादी आंदोलन के गर्व से पैदाइश लक्ष्मी बाबू समाजवादी कुव्यवस्था से खिन्न होकर पार्टी से निकलकर स्वतंत्र जीवन जीया।

एक साहित्यकार और कवि के रूप में कलम से समाज के दबे कुचले, जातिवादी व्यवस्था और ऊंच नीच के फर्क के खिलाफ आग उगला। प्रोफेसर बाल्मीकि सिंह उनके काव्य रचना को पढ़ कर लोगों तक पहुंचाया। लक्ष्मी बाबू की 19 रचनाएं प्रकाशित हुई इसके बारे में भी बताए । इनकी रचनाएं गद्य और पद्य में है। लोगों ने कहा कि इनकी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी इनकी रचनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जाय ।

लेखक राज किशोर सिंह ने कहा कि लक्ष्मी बाबू बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। श्रद्धांजलि सभा में साहित्यकार के अलावा राजनीतिक और सामाजिक लोगों ने भाग लिया। श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, विधायक कुंदन , अमरेद्र कुमार अमर, लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान,अरुण सिंह (जहानाबाद पूर्व सांसद), इंदिरा देवी,जेडीयू जिलाध्यक्ष रुदल राय ,पूर्व मेयर संजय सिंह, पुष्कर प्रसाद सिंह, कवित्री कुंदन कुमारी,विकाश वर्मा,राजीव रंजन, सहित कई कवि ,साहित्यकार व राजनीतिक पार्टी के नेताओ ने भी श्रद्धांजलि देते हुए अपने बातो को रखा । लोगो ने कहा कि जब भी लक्ष्मी बाबू से मिलने जाते थे और उनका हाल पूछते थे तो वो अपना हाल बताने के बदले बेगुसराय और बिहार का हाल पूछते थे । मौके पर शिवम वत्स, घनश्याम कुमार, मुन्ना सिंह, मुकेश सिंह, भगवान सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।