Electric Car खरीदने वालों की बल्ले-बल्ले! ये बैंक दे रहे सस्ता Loan, जानिए ब्याज दरें

डेस्क : त्योहारों के सीजन की शुरुआत हो चुकी हैं। दशहरा जा चुका हैं और दिवाली आने वाली हैं और दिवाली के मौके पर वाहन को खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता हैं। यदि आप भी कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, और इलेक्ट्रिक कार खरीदने के बारे में सोच सकते हैं। इस दिवाली के मौके पर बहुत सारे ऐसे बैंक हैं जो इलेक्ट्रिक कार वाहन को खरीदने में आकर्षक रेट पर लोन दे रहे हैं। इनमें स्टेट बैंक और इंडिया SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक PNBजैसे बड़े बैंक शामिल हैं।

इलेक्ट्रिक कार पर्यावरण के लिहाज से हैं फायदेमंद हैं : इलेक्ट्रिक कार की सेल को बढ़ाने की कोशिश की जा रही हैं। सरकार की तरफ से इसीलिए उनकी तरफ से ग्राहकों को एक्सक्लूसिव टैक्स बेनेफिट्स भी दिए जा रहे हैं। कई सारे ग्राहक हैं वे भी ईको फ्रेंडली कार को खरीदने के लिए काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इलेक्ट्रिक कार पर्यावरण के लिहाज से भी फायदेमंद तो हैं ही इसके साथ ही बेहद ही लंबी अवधि के लिए पैसे की बचत के लिए भी बेहतर माना जा रहा हैं।

Loan पीरिय : इलेक्ट्रिक कार EV के लोन के लिए पेट्रोल और डीजल वाली कार के मुकाबले इंटरेस्ट रेट 10 से 30 बेसिस प्वॉइंट्स कम है। बैंक ऑफ बड़ौदा BOB इलेक्ट्रिक कारों में जो कार दे रहा हैं। वो पारंपरिक कार के मुकाबले 0.25 फीसदी तक सस्ता हैं। वही SBI को इलेक्ट्रिक कार EV में लोन दे रही हैं वो पारंपरिक कार में लोन के मुकाबले 0.20 फीसदी कम रेट में लोन उपलब्ध करा रहीं हैं।

SBI के ग्रीन कार लोन का जो इंटरेस्ट रेट हैं 7.95 से 8.30 फीसदी तक के बीच हैं। वही पेट्रोल और डीजल कार के लोन का इंटरेस्ट रेट 7.85 से 8.65 फीसदी है। लोन का जो पीरियड हैं वो अलग अलग ग्राहकों के लिए बेहद अलग अलग हैं। SBI का लोन पीरियड 3 से 8 वर्ष तक हैं। वही एक्सिस बैंक के लिए E-कार लोन का पीरियड 7 वर्ष तक के लिए हैं। बहुत सारे बैंक ऐसे हैं जो EV लोन की राशि को समय से पहले चुकाने के लिए किसी तरह की प्री पेमेंट फीस नहीं लेते हैं।

प्रोसेसिंग फीस : बैंकबाजार के CEO आदिल शेट्टी की तरफ से कहा गया हैं कि प्रोसेसिंग फीस 0.2 से 2 फीसदी तक हैं। यह जो फीस हैं अलग अलग बैंक के लिए अलग अलग हैं। कुछ बैंक ऐसे हैं जो फ्लैट फीस ही ले रहे हैं। इसकी अधिकतम फीस 5 हजार रु हैं। उन्होंने कहा कि त्योहारों के सीजन के दौरान ही कई मामले ऐसे होते हैं। जिसमें प्रोसेसिंग फीस को माफ ही कर दिया जाता हैं।