50 लाख की Fortuner बेचने पर कंपनी कमाती है महज ₹50 हजार, जानें – कहां जाता है बाकी पैसा

डेस्क : TOYOTA Fortuner प्रीमियम टच के साथ भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV में से एक है. इसकी ₹32.59 लाख से लेकर ₹50.34 लाख तकके बीच है. आपको इसकी कीमत देखकर ऐसा इसलिए लगता होगा कि कंपनी महंगी कार इसलिए बनाती हैं, जिससे वे इस पर ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकें, लेकिन देखा जाए तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. कंपनियों को किसी कार पर इतना मुनाफा नहीं मिलता, जितना आमतौर पर ये माना जाता है. यहां आज आपको इसकी पूरी सच्चाई भी बता रहे हैं.

सबसे कम पैसा कमाती है यह कंपनी

आपको बता दें कि कार के उत्पादन से लेकर बिक्री तक की प्रक्रिया को 3 अलग-अलग स्तरों जैसे मैन्युफैक्चरर, डीलर और सरकार का मुनाफा भी जुड़ा रहता है. इन 3 हितधारकों में से निर्माता कार बेचकर सबसे कम कमाता है और सरकार का सबसे बड़ा हिस्सा लेती है. एक डीलरशिप, जो निर्माता को उपभोक्ता से जोड़कर एक अभिन्न भूमिका भी निभाती है, प्रत्येक कार की कीमत पर लगभग 2.5 से 5 प्रतिशत कमीशन कमाती है.

कार पर लगने वाले कई तरह के कर से आय का ज्यादातर हिस्सा राज्य और केंद्रीय दोनों स्तरों पर सरकार के पास जाता है. उदाहरण के लिए, GST दायरे के तहत एक वाहन पर 2 अलग-अलग कॉम्पोनेंट्स के साथ टैक्स लगाया जाता है. टैक्स भार में 28 प्रतिशत GST और 22 प्रतिशत GST मुआवजा उपकर शामिल है. TOYOTA Fortuner के लिए यह राशि क्रमशः 5 लाख और 7 लाख रुपये से अधिक है. कार की ऑन-रोड कीमत में रजिस्ट्रेशन, रोड टैक्स, डीजल मॉडल के लिए ग्रीन सेस और Fast Tag जैसे घटक शामिल होते हैं. यह सारा पैसा सरकारी खजाने में ही जाता है.