डेस्क : समय के साथ कार ग्राहकों की पसंद और मांग में काफी बदलाव आया है। ऐसे में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) की भारत में बाजार हिस्सेदारी 8 साल के निचले स्तर 43.65 फीसदी पर आ गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 13,31,558 यूनिट वाहन बेचे हैं।
पिछली बार कंपनी की इतनी कम बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2013-14 में थी, जब यह गिरकर 42 फीसदी पर आ गई थी। मजेदार वाली बात तो यह है कि मारुति सुजुकी जहां नीचे जा रही है वहीं टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने बाजार हिस्सेदारी का 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वित्त वर्ष 22 में 3,70,372 इकाइयों के साथ, टाटा मोटर्स की बाजार हिस्सेदारी 12.14 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो पिछले 13 वर्षों में सबसे अधिक है। Hyundai के बाद Tata Motors देश की तीसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है।
Hyundai की बाजार हिस्सेदारी में भी गिरावट देखी गई है। वित्त वर्ष 22 के लिए 4,81,500 इकाइयों की कुल बिक्री के साथ हुंडई की हिस्सेदारी 15.78 प्रतिशत है। जबकि, मारुति सुजुकी अभी भी पहले स्थान पर बनी हुई है। मारुति सुजुकी ने हमेशा लगभग 50 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी थी। बिक्री में गिरावट की वजह COVID के अलावा कंपनी के पोर्टफोलियो से डीजल इंजन को हटाना है। मारुति सुजुकी ने बीएस6 मानदंडों में बदलाव के बाद अप्रैल 2020 में डीजल वाहनों का उत्पादन बंद कर दिया था। कंपनी का दावा है कि मार्केट शेयर में गिरावट की यह एक बड़ी वजह है। बाजार में डीजल वाहनों की मांग 20% है।