Traffic Rules : क्या पीली बत्ती जंप करने से होता है चालान? जानें – येलो लाइट के सभी नियम..

New Traffic Rule : ट्रैफिक नियमों की जानकारी देश के लगभग सभी नागरिकों को होती है। इनमें से कुछ नियम ट्रैफिक के सिग्नल को लेकर होते हैं, जो हमें बचपन से ही पढ़ाए और समझाए जाते हैं। यदि आपको कोई ट्रैफिक सिग्नल के बारे में पूछता है, तो आप बिना कोई क्षण गंवाए सीधा जवाब भी दे सकते हैं कि यातायात ट्रैफिक सिग्नल में लाल, पीली और हरी लाइट होती है,

जिनका मतलब क्रमश: रुको, देखो और चलो होता है। लेकिन यहां सबसे बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर लोगों को पीली लाइट के बारे में आज भी उलझन रहती है। यदि आप ट्रैफिक सिग्नल के बेहद समीप हैं, तो आपको क्या करना चाहिए? रफ्तार को कम करना, रुकना या सिग्नल को तुरंत क्रॉस करना आदि कई तरीके हैं, जो लोग अपनी सुविधा अनुसार अपनाते रहते हैं, लेकिन साथ ही डरते भी हैं कि कहीं किसी प्रकार की गलती से उनका चालान न हो जाए। ऐसे में हमने आपके लिए यहां उन सभी पॉइंट्स को कवर कर दिया है, जो ट्रैफिक सिग्नल की येलो लाइट को लेकर आपकी सभी दुविधाओं का हल करने वाले हैं।

लाइट के येलो होने पर क्या करना चाहिए?

सबसे पहला और अहम सवाल यह है कि यदि लाइट येलो हो जाती है, तो आपको सबसे पहले किस पहलू पर ध्यान देना है। लाइट के पिला होते ही आपको अपने वाहन को रोकना होता है। अब आप कहेंगे कि यह तो आपको भी पता था, लेकिन यहां कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। यूं तो इस पीली बत्ती का उद्देश्य सड़क पर सामने से आ रहे वाहन मालिकों को चेतावनी देना होता है कि बत्ती लाल होने वाली है

और उन्हें अपने वाहन को रोकने की तैयारी अब शुरू कर देनी चाहिए। हालांकि, इसमें ध्यान रखने वाली बात ये है कि वाहन को रोकने के लिए उन्हें सिग्नल से थोड़ी दूरी पर होना चाहिए, जिससे वे अपने वाहन को धीरे-धीरे गती धीमी करते हुए रोक भी सके। यदि सिग्नल से दूरी कम है, तो यहां पॉइंट्स ऑफ नो रिटर्न की बात भी आ जाती है।

पॉइंट ऑफ नो रिटर्न क्या हैं?

एक सामान्य सा नियम यह कहता है कि यदि आप “पॉइंट ऑफ नो रिटर्न” पर पहुंच गए हैं, मतलब आप सिग्नल से 100 फीट या उससे कम की दूरी पर हैं, तो आपको जंक्शन से पहले नहीं रुकना है। इसके बजाय आपको सुरक्षित तरीके से अपनी वैध स्पीड लिमिट को बनाए रखते हुए और सभी दिशा में ट्रैफिक को देखते हुए सिग्नल को क्रॉस भी करना है।