डेस्क : पिछले कुछ महीनों में इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) में आग लगने की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिसके बाद से ग्राहकों के मन में अविश्वास पैदा हो गया है। लगातार कई बार ईवी में आग लगने वाली घटनाओं ने सरकार को जांच करने के लिए मजबूर कर दिया था। सरकार ने आग लगने के पीछे की वजह जानने के लिए DRDO को जांच के आदेश दिया था, जिसका रिपोर्ट अब सामने आ गया है।
रिपोर्ट में आग लगने की असल वजह के बारे में बताया गया है। इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के कुल मामलों में कई लोगों के घायल होने की खबर आई है, साथ ही साथ इस घटना में कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है।सूत्रों के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि जिन बैटरियों में आग लगी थी, उनकी बैटरी पैक डिजाइन और माडयूल में गंभीर समस्या थी। इन्हीं समस्याओं के कारण ओकिनावा आटोटेक, प्योर ईवी, जितेंद्र इलेक्ट्रिक, ओला इलेक्ट्रिक और बूम मोटर्स के इलेक्ट्रिक दोपहिया की बैटरी में आग लगी थी।
कम गुणवत्ता वाले सामान के चलते ईवी बैटरियों में लगी आग : हाल ही में जिन इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) की बैटरियों में आग लगी थी, उनमें कम गुणवत्ता वाले सामान का इस्तेमाल किया गया था। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) की जांच रिपोर्ट से यह बात सामने आई है।रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि इन कंपनियों ने लागत में कमी लाने के लिए बैटरियों में कम गुणवत्ता वाले सामान का इस्तेमाल किया था। डीआरडीओ ने मंत्रालय को यह रिपोर्ट सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक, सड़क परिवहन मंत्रालय अब इन ईवी निर्माताओं को नोटिस भेजेगा और डीआरडीओ की रिपोर्ट के आधार पर जवाब मांगेगा। इस महीने की शुरुआत में उपभोक्ता मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने प्योर ईवी और बूम मोटर्स को नोटिस जारी कर आग लगने की घटनाओं की जानकारी मांगी थी।