पेट्रोल-डीजल की छुट्टी, अब देश में गोबर गैस से फर्राटा भरेंगी गाड़ियां, जानिए- सरकार का पूरा प्लान..

डेस्क: देश को वायु प्रदूषण से मुक्त करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के नेतृत्व में लगातार नए नए प्रयास किए जा रहे हैं, इसी को देखते हुए विगत महीनों पहले सरकार के द्वारा सीएनजी (CNG) और इलेक्ट्रिक (Electric) वाहन का परिचालन शुरू करवाया था, लेकिन खबर आ रही है की अब सरकार के द्वारा गोबर गैस (Dung Gas) से भी गाड़ियों को चलाने की तैयारी है।

जानकारी के लिए बता दें की बिहार में इसके लिए पहला प्लांट भी लगना शुरु हो गया है, सरकार का मानना है कि गोबर गैस (Gobar gas) पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) व अन्य फ्यूल के मुताबिक बहुत ही सस्ता ईंधन है, इससे प्रति किमी की कॅास्ट बहुत ही कम आएगी, इससे साथ ही पेट्रोल-डीजल की निर्भरता भी कम हो जाएगी, मालूम हो कि देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत ज्यादा होने के चलते वह आम आदमी के बजट में नहीं है, इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह एक अच्छा और सस्ता विकल्प मार्केट में उतारा है, जो शानदार और सस्ते के साथ पूरी तरह प्रदूषण मुक्त होगा।

दरअसल, सीएनजी गैस वैसे तो पेट्रोल और डीजल से काफी सस्ता है, लेकिन सीएनजी गैस हमारे देश में उतपन्न नहीं होता, यही वजह है कि दूसरे देश से आयात करनी पड़ती है, जिसके चलते ट्रांसपोर्टेशन जोड़ कर यह महंगी हो जाती है, इसलिए सरकार ने Making india के तहत सीबीजी गैस को विकल्प के रूप में चुना है, आपको बता दें कि सीबीजी गैस को बनाने के लिए पुआल, गाय और भेस का गोबर, मक्के के डंठल, मुर्गी फार्म के अपशिष्ट और नेपियर घास सहित और अन्य कृषि कचरे का इस्तेमाल किया जाता है, यह ईंधन बहुत ही सस्ता पड़ेगा, जिसके चलते गाड़ी मैनेज करना आम आदमी के बजट में आ जाएगा।

बरहाल, हो को देश का पहला प्लांट बिहार के मसौढ़ी में बनने वाला है, इस प्लांट को बनाने के लिए सिटीजन केयर ग्रुप और इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड के बीच में करार भी हो चुका है, सिटीजन केयर ग्रुप के सीईओ की माने तो बिहार में सीबीजी यह पहला प्लांट होगा, बस कुछ ही दिनों बाद प्लांट में बायो गैस का उत्पादन शुरू हो जाएगा, साथ ही उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से इसके पंप भी वितरित किये जाएंगे।